गीत-संगीत में रूचि #100 शब्दों की कहानी#
छोटा राहुल कक्षा में गुमसुम बैठा था, लंच में रिया और रमेश ने कारण पूछा, जो दूसरी कक्षा में पढ़ते, लेकिन ठहरे पक्के दोस्त । पता चला, माता-पिता चाहते थे, राहुल पढ़ाई-लिखाई करे ताकि नौकरी कर सके, जिससे पारिवारिक स्थिति अच्छी होगी, पर बेचारे राहुल का पढ़ाई-लिखाई में मन ही ना लगे, गीत-संगीत में रूचि जो थी उसकी ।
आखिरकार दोस्तों ने राहुल की रूचि-अनुसार संगीत शिक्षक से गीत-संगीत सीखने के लिए माता-पिता को राज़ी किया । विद्यालय के रजत-जयंती समारोह में राहुल ने पहली-बार माईक पर सुरीली-आवाज में सरस्वती-वंदना सुनाई, खचाखच-भरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा ।