Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2024 · 1 min read

गीत- रहें मिलकर सजाएँ प्यार से…

रहें मिलकर सजाएँ प्यार से आँगन चमन जैसा।
उड़े हर रंग ख़ुशबू ले नज़ारा हो अमन जैसा।।

तेरी-मेरी मुहब्बत में रहे बस रूह का मिलना।
अगर नाराज़गी हो तो हो कुछ पल बाद फिर हँसना।
हमारे प्यार का किस्सा मधुर हो इक ग़ज़ल जैसा।
उड़े हर रंग ख़ुशबू ले नज़ारा हो अमन जैसा।।

इसे संगीत से सींचों इसे गाओ बना जीवन।
मुहब्बत एक नग़मा है सुनाएँ हम भुला उलझन।
चमक चाहत लिए जिसकी असर उसका है हल जैसा।
उड़े हर रंग ख़ुशबू ले नज़ारा हो अमन जैसा।।

लबों की रागिनी सुन मैं कपोलों को सराहूँगा।
अगर मैं दूर जाऊँ तो तुझे दिल में बिठाऊँगा।
जिताए जंग हर “प्रीतम” क़दम हो उस अदब जैसा।
उड़े हर रंग ख़ुशबू ले नज़ारा हो अमन जैसा।।

आर. एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
1 Like · 66 Views
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

- महफूज हो तुम -
- महफूज हो तुम -
bharat gehlot
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
Neelam Sharma
रमेशराज के विरोधरस दोहे
रमेशराज के विरोधरस दोहे
कवि रमेशराज
आजादी की कहानी
आजादी की कहानी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
श्री अन्न : पैदावार मिलेट्स की
श्री अन्न : पैदावार मिलेट्स की
ललकार भारद्वाज
The Tranquil Embrace Of The Night.
The Tranquil Embrace Of The Night.
Manisha Manjari
आग तो लगी हैं यंहा भी और वंहा भी
आग तो लगी हैं यंहा भी और वंहा भी
Abasaheb Sarjerao Mhaske
भक्ति रस की हाला का पान कराने वाली कृति मधुशाला हाला प्याला।
भक्ति रस की हाला का पान कराने वाली कृति मधुशाला हाला प्याला।
श्रीकृष्ण शुक्ल
मैं- आज की नारी
मैं- आज की नारी
Usha Gupta
मैं कौन हूँ कैसा हूँ तहकीकात ना कर
मैं कौन हूँ कैसा हूँ तहकीकात ना कर
VINOD CHAUHAN
"माता-पिता"
Dr. Kishan tandon kranti
बे सबब तिश्नगी.., कहाँ जाऊँ..?
बे सबब तिश्नगी.., कहाँ जाऊँ..?
पंकज परिंदा
4948.*पूर्णिका*
4948.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जय जय हिन्दी
जय जय हिन्दी
gurudeenverma198
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
#लघुकविता-
#लघुकविता-
*प्रणय*
*सुभान शाह मियॉं की मजार का यात्रा वृत्तांत (दिनांक 9 मार्च
*सुभान शाह मियॉं की मजार का यात्रा वृत्तांत (दिनांक 9 मार्च
Ravi Prakash
नींद का कुछ ,कुसूर थोड़ी था।
नींद का कुछ ,कुसूर थोड़ी था।
Dr fauzia Naseem shad
आंसूओ को इस तरह से पी गए हम
आंसूओ को इस तरह से पी गए हम
Nitu Sah
प्यार का सार है त्याग की भावना
प्यार का सार है त्याग की भावना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
अपना सकल जमीर
अपना सकल जमीर
RAMESH SHARMA
हर रात उजालों को ये फ़िक्र रहती है,
हर रात उजालों को ये फ़िक्र रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भगवान सर्वव्यापी हैं ।
भगवान सर्वव्यापी हैं ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्रदूषन
प्रदूषन
Bodhisatva kastooriya
श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा
श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दिल पागल, आँखें दीवानी
दिल पागल, आँखें दीवानी
Pratibha Pandey
गृहणी
गृहणी
Sonam Puneet Dubey
Loading...