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23 Mar 2024 · 1 min read

गीत – मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर

मेरी सांसों में समा जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर
फ़िक्र को धुएँ मे उड़ा जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर

पीर दिल की मिटा जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर
मुझको तू मुझसे मिला जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर

चाहतों का एक कारवाँ सजा जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर
इश्क़ ही इश्क़ की आँधी जगा जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर

एक पल के लिए खुद को भुला जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर
चंद खत आशिकी के दिखा जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर

मेरी यादों से मुझको मिला जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर
गीत आशिकी के गुनगुना जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर

मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
फ़िक्र को धुएँ मे उड़ा जा, मेरे सपनों की ताबीर बनकर

Language: Hindi
1 Like · 88 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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