गीत- मन के छोटे लोग बहुत बच के रहना…
गीत- मन के छोटे लोग बहुत बच के रहना…
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बिन सोचे तुम खो मत जाना अनजाने के प्यार में
मन के छोटे लोग बहुत बच के रहना संसार में
सब पे ही विश्वास न करना
सावधान दुनिया से रहना
तेरी चिन्ता में पल भर भी
नींद न आती प्यारी बहना
दम घुटता है मेरा भी अब टोले या बाजार में-
मन के छोटे लोग बहुत बच के रहना संसार में
बहना कोई जल जाती है
सुन कर जान निकल जाती है
बेटी से है दुनिया फिर भी
दुनिया उसको छल जाती है
अच्छा होता जल जाती ये धरती ही इक बार में-
मन के छोटे लोग बहुत बच के रहना संसार में
लोगों में ईमान कहाँ है
नारी का सम्मान कहाँ है
घूम रहे पापी ऐसे अब
प्रश्न उठे भगवान कहाँ है
देर बहुत अंधेर बहुत है उसके भी दरबार में-
मन के छोटे लोग बहुत बच के रहना संसार में
– आकाश महेशपुरी