गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
सबके दिल को ही भाता रहूं।।
चाहत दिल में यही संजोई मैने।
बार-बार जीवन यही पाता रहूं।।
राजेश व्यास “अनुनय”
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
सबके दिल को ही भाता रहूं।।
चाहत दिल में यही संजोई मैने।
बार-बार जीवन यही पाता रहूं।।
राजेश व्यास “अनुनय”