गीत – जी लूँ जरा सा
गीत – जी लूँ जरा सा
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मुझे लग रहा मैं मनुज हूँ मरा सा
तुझे देख लूँ आज जी लूँ जरा सा
खोई खुशी आजतक ना मिली है
ढूँढा कि छोड़ी न कोई गली है
किसी ने जलाया कि पौधा हरा सा-
तुझे देख लूँ आज जी लूँ जरा सा
इस बेबसी पे हँसे ये जमाना
सूझे नहीँ आज कोई ठिकाना
बहुत काँपता है बदन ये डरा सा-
तुझे देख लूँ आज जी लूँ जरा सा
कोई नहीँ हमसफर ना सहारा
अपना बना कर सभी ने नकारा
घड़ा मैँ कि हूँ एक दुख से भरा सा-
तुझे देख लूँ आज जी लूँ जरा सा
– आकाश महेशपुरी