ग़ज़ल
उमड़ा दिल में प्यार,बता तो दे।
छोड़ दिया घर द्वार,बता तो दे।।1
सुंदर है रँग- रूप ,सुहानी है,
कैसा है व्यवहार ,बता तो दे।।2
पहन जीन टी- शर्ट,घूमती है,
छोड़ सूट सलवार,बता तो दे।।3
पड़ें दबाने पैर ,बुराई क्या,
खाता थप्पड़ चार,बता तो दे।।4
करना हो भुगतान,बिलों का तो,
लेती है पुचकार, बता तो दे।।5
जाए खुद को भूल,देख ले जो,
टपके सबकी लार,बता तो दे।।6
लगती ऊदबिलाव,डराती है,
बिना किए सिंगार,बता तो दे।।7
डाॅ बिपिन पाण्डेय