” गिरिधर “
मेरे गिरिधर अब तो आओ
अपना मोहिनी रूप दिखाओ
इस कलियुग में आने से
देखो तुम यूँ ना कतराओ
मेरे गिरिधर अब तो आओ ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 11/08/2020 )
मेरे गिरिधर अब तो आओ
अपना मोहिनी रूप दिखाओ
इस कलियुग में आने से
देखो तुम यूँ ना कतराओ
मेरे गिरिधर अब तो आओ ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 11/08/2020 )