गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर हुआ ठंडा वही पानी कभी गर्मी दिखाता है/ #आर.एस.’प्रीतम’