Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 2 min read

गिद्ध करते हैं सिद्ध

# गिद्ध करते हैं सिद्ध
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध,
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।

हवा हुई जहरीली अरु नदियां भी हुईं विषैली
पर्यावरण का रक्षक ओजोन परत भी चटक गया
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध……
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

अंधाधुंध जला पेट्रोल दूषित हुआ धरा का खोल
वायु प्रदूषण पौधों की हरियाली को गटक गया
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध..….
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

धरती खोदी अंबर छाना लालच का सब ताना-बाना
एक राष्ट्र जब करे परीक्षण औरों को यह खटक गया
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध………
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

लगी फैक्ट्रियां कट गए वन संकट में पशु-पक्षी जन
आई सुनामी हुई हानि जन-जन का चेहरा लटक गया
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध………
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

हवा में बढ़ती CO2 से वातावरण का ताप बढ़ा
ताल तलैया मिटे धरा से और हिमालय झटक गया
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध………
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

बढ़ते कीटनाशकों से , ज्यादा उर्वरक डालने से
फसलों का उत्पादन भी कुछ अरसे से अटक गया
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध …….
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

मोर,गौरैया,तोता,मैना,कछुआ,मेंढक भी तो हैं ना,
पर्यावरण का एक घटक लगता है सर पटक गया
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध…….
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

सूनामी अलनीनो आया मानव पे जो कहर बरपाया
धरती को इठलाता देखके आसमान भी मटक गया
धरती से मिटते गिद्ध यही करते हैं सिद्ध …….
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

रक्तचाप मधुमेह मोटापा कोलेस्ट्रॉल त्वचा का रोग
उन्नत मानव की जिजीबिषा आसानी से सटक गया
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया
कि मानव भटक गया कि मानव भटक गया।।

Language: Hindi
1 Like · 23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
Monika Verma
लंका दहन
लंका दहन
Paras Nath Jha
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़जब सा सिलसला तेरी साँसों का
ग़जब सा सिलसला तेरी साँसों का
Satyaveer vaishnav
अतीत के “टाइम मशीन” में बैठ
अतीत के “टाइम मशीन” में बैठ
Atul "Krishn"
घर छोड़ गये तुम
घर छोड़ गये तुम
Rekha Drolia
*जब एक ही वस्तु कभी प्रीति प्रदान करने वाली होती है और कभी द
*जब एक ही वस्तु कभी प्रीति प्रदान करने वाली होती है और कभी द
Shashi kala vyas
नेता
नेता
Raju Gajbhiye
"इंसानियत तो शर्मसार होती है"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
भीतर से तो रोज़ मर ही रहे हैं
भीतर से तो रोज़ मर ही रहे हैं
Sonam Puneet Dubey
पहले उसकी आदत लगाते हो,
पहले उसकी आदत लगाते हो,
Raazzz Kumar (Reyansh)
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
वो इश्क किस काम का
वो इश्क किस काम का
Ram Krishan Rastogi
सियासत
सियासत "झूठ" की
*प्रणय प्रभात*
3199.*पूर्णिका*
3199.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"मौत से क्या डरना "
Yogendra Chaturwedi
तू मेरे सपनो का राजा तू मेरी दिल जान है
तू मेरे सपनो का राजा तू मेरी दिल जान है
कृष्णकांत गुर्जर
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
Behaviour of your relatives..
Behaviour of your relatives..
Suryash Gupta
जब से हैं तब से हम
जब से हैं तब से हम
Dr fauzia Naseem shad
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
gurudeenverma198
उसका होना उजास बन के फैल जाता है
उसका होना उजास बन के फैल जाता है
Shweta Soni
“नया मुकाम”
“नया मुकाम”
DrLakshman Jha Parimal
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
shabina. Naaz
हटा लो नजरे तुम
हटा लो नजरे तुम
शेखर सिंह
वेला
वेला
Sangeeta Beniwal
झुर्रियों तक इश्क़
झुर्रियों तक इश्क़
Surinder blackpen
झूठ का अंत
झूठ का अंत
Shyam Sundar Subramanian
Loading...