Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jan 2018 · 1 min read

गारी धुन

भारत माता खो,तुम सब बचालो।
नेतर हुइहे गुलाम मेरे लाल……..

वीर भगत ने कुर्वानी,
उनखे तुम सलाम मेरे लाल ……..

आज भारत मुश्किल आई,
नेतर बन रये दलाल मेरे लाल….

शिक्षा की कर रहे है वे निलामी,
टीचर खो कर रये हलाल मेरे लाल……

महगांई ने टाँके तोड़ दये,
रूप बिकट विकलाल मेरे लाल…..

कृष्णा नेतो खो करलो सलामी,
नेतर हुइहे शिकार मेरे लाल…

भारत माता खो तुम सव बचालो,
नेतर हुइहे गुलाम मेरेलाल
कृष्णकांत गुर्जर

Language: Hindi
Tag: गीत
7 Likes · 434 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
आर.एस. 'प्रीतम'
जाड़ा
जाड़ा
नूरफातिमा खातून नूरी
धरा स्वर्ण होइ जाय
धरा स्वर्ण होइ जाय
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*भारत*
*भारत*
सुनीलानंद महंत
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
अनर्गल गीत नहीं गाती हूं!
अनर्गल गीत नहीं गाती हूं!
Mukta Rashmi
बदलियां
बदलियां
surenderpal vaidya
रोज रात जिन्दगी
रोज रात जिन्दगी
Ragini Kumari
भोर के ओस!
भोर के ओस!
कविता झा ‘गीत’
एक  दोस्त  ही  होते हैं
एक दोस्त ही होते हैं
Sonam Puneet Dubey
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
संवेदना बोलती आँखों से 🙏
संवेदना बोलती आँखों से 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेरा आसमां 🥰
मेरा आसमां 🥰
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ शेरावली है आनेवाली
माँ शेरावली है आनेवाली
Basant Bhagawan Roy
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नारी तेरा रूप निराला
नारी तेरा रूप निराला
Anil chobisa
"व्यर्थ सलाह "
Yogendra Chaturwedi
मायावी लोक
मायावी लोक
Dr. Rajeev Jain
अनोखा देश है मेरा ,    अनोखी रीत है इसकी।
अनोखा देश है मेरा , अनोखी रीत है इसकी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
संवेदनाओं का भव्य संसार
संवेदनाओं का भव्य संसार
Ritu Asooja
🙅आज पता चला🙅
🙅आज पता चला🙅
*प्रणय प्रभात*
उम्मीद का दामन।
उम्मीद का दामन।
Taj Mohammad
समय-समय पर कई तरह के त्योहार आते हैं,
समय-समय पर कई तरह के त्योहार आते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
अवचेतन और अचेतन दोनों से लड़ना नहीं है बस चेतना की उपस्थिति
अवचेतन और अचेतन दोनों से लड़ना नहीं है बस चेतना की उपस्थिति
Ravikesh Jha
कोरोना और पानी
कोरोना और पानी
Suryakant Dwivedi
समुद्र से गहरे एहसास होते हैं
समुद्र से गहरे एहसास होते हैं
Harminder Kaur
इश्क़ का माया जाल बिछा रही है ये दुनिया,
इश्क़ का माया जाल बिछा रही है ये दुनिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अफ़सोस
अफ़सोस
Dipak Kumar "Girja"
3171.*पूर्णिका*
3171.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...