गायक मुकेश विशेष
हिंदी में गायक कई, लेकिन ग़ज़ब मुकेश
हृदय लुभावन गायकी, यह थी बात विशेष
मुकेश–राज कपूर क्या, दो शरीर इक जान
दोनों की क्या खूब है, अजर-अमर पहचान
गाये मुकेश आपने, गीत एक से एक
समा गए हैं प्राण में, आभार हैं अनेक
आह! क्यों अल्प आयु में, चले गए परलोक
गायक मुकेश आज भी, मना रहे हम शोक
तेरे जाने से यहाँ, टूट गए हैं साज़
जुदा सभी से आपके, नग़मों की आवाज़
•••