*गाथा गाओ हिंद की, अपना प्यारा देश (कुंडलिया)*
गाथा गाओ हिंद की, अपना प्यारा देश (कुंडलिया)
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गाथा गाओ हिंद की, अपना प्यारा देश
रचा समन्वय का सदा, इसने शुभ परिवेश
इसने शुभ परिवेश, विश्व परिवार बताया
सब में आत्मा एक, सर्वदा यह ही गाया
कहते रवि कविराय, हिंद का ऊॅंचा माथा
सर्वप्रथम ऋग्वेद, इसी की है शुभ गाथा
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997 61 5451