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10 Feb 2024 · 1 min read

*गाओ हर्ष विभोर हो, आया फागुन माह (कुंडलिया)

*गाओ हर्ष विभोर हो, आया फागुन माह (कुंडलिया)
____________________________
गाओ हर्ष विभोर हो , आया फागुन माह
मस्त महीना कह रहा , चलो प्रेम की राह
चलो प्रेम की राह , कलुषता मन की धोना
जीवन से रस रंग , हँसी हरगिज मत खोना
कहते रवि कविराय , चलो त्यौहार मनाओ
ऋतु वसंत का राग ,साथ सब मिलकर गाओ
————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99 97 61 545 1

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