Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2020 · 1 min read

गाएं मधुरिम गीत

*** गाएं मधुरिम गीत ***
*******************ज

कहाँ हो तुम मेरे मनमीत
पुकारे तुम्हें मेरी प्रीत

सुन सदाएं दे रही है
तुम्हारी मंजिल मेरी जीत

विरह वेदना दे रही है
शायद यही प्रीत की रीत

अल्फाज साथ नहीं दे रहे
कैसे बताऊँ मन की प्रीत

सांसे दम तोड़ रही हैं
रहे है हसीं पल ये बीत

जिया बैचेन हो रहा हैं
तुम्ही हो सुखदुख के मीत

जोबन खुद पे हुआ भारी
आओ गाएं मधुरिम गीत

सुखविन्द्र वियोग में तन्हां
रच भी दो तुम प्रेम संगीत
********************

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 191 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सरकार हैं हम
सरकार हैं हम
pravin sharma
* याद कर लें *
* याद कर लें *
surenderpal vaidya
सामाजिक कविता: बर्फ पिघलती है तो पिघल जाने दो,
सामाजिक कविता: बर्फ पिघलती है तो पिघल जाने दो,
Rajesh Kumar Arjun
रंग बरसे
रंग बरसे
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
नई बहू
नई बहू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
3219.*पूर्णिका*
3219.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुनो . . जाना
सुनो . . जाना
shabina. Naaz
मैं तो महज पहचान हूँ
मैं तो महज पहचान हूँ
VINOD CHAUHAN
आने घर से हार गया
आने घर से हार गया
Suryakant Dwivedi
रखे हों पास में लड्डू, न ललचाए मगर रसना।
रखे हों पास में लड्डू, न ललचाए मगर रसना।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"वे लिखते हैं"
Dr. Kishan tandon kranti
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
umesh mehra
*A date with my crush*
*A date with my crush*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक तिरंगा मुझको ला दो
एक तिरंगा मुझको ला दो
लक्ष्मी सिंह
*दादा जी (बाल कविता)*
*दादा जी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बेटी
बेटी
Dr Archana Gupta
"अनकही सी ख़्वाहिशों की क्या बिसात?
*Author प्रणय प्रभात*
खुद में भी एटीट्यूड होना जरूरी है साथियों
खुद में भी एटीट्यूड होना जरूरी है साथियों
शेखर सिंह
" नयी दुनियाँ "
DrLakshman Jha Parimal
Mahadav, mera WhatsApp number save kar lijiye,
Mahadav, mera WhatsApp number save kar lijiye,
Ankita Patel
उम्मीद.............एक आशा
उम्मीद.............एक आशा
Neeraj Agarwal
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
Keshav kishor Kumar
पत्नी के जन्मदिन पर....
पत्नी के जन्मदिन पर....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
खुद से उम्मीद लगाओगे तो खुद को निखार पाओगे
खुद से उम्मीद लगाओगे तो खुद को निखार पाओगे
ruby kumari
" ब्रह्माण्ड की चेतना "
Dr Meenu Poonia
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
Manisha Manjari
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
Anand Kumar
💐प्रेम कौतुक-469💐
💐प्रेम कौतुक-469💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अपनों को दे फायदा ,
अपनों को दे फायदा ,
sushil sarna
Loading...