गांधी बाबा जात रहले
गांधी बाबा जात रहले
बिड़ला भवनवा
बीचही में छिपल रहे
नाथू दुस्मनवा
एक गोली फायर कइलस
दुसरे निशनवा
तिसरे में छुट गईले
बापू के परनवा
रेडियो से ख़बर भईल
सगरी जहनवा
हिन्दू रोए-मुसलिम रोवे
रोवे किरिस्तनवा
बचा कहे-बूढ़ कहे
कहेला जवानवा
आजु से अनाथ भईल
हमार हिंदुस्तनवा…
-संपादक
शेखर चंद्र मित्रा
(एक लोकगीत पर आधारित रचना)
#अवामीशायर #इंकलाबीशायरी
#बहुजनशायरी #महात्मागांधी