गाँव हमारा
गाँव हमारा स्वर्ग समान ,
बसता यहाँ सारा जहान ,
होती भौर अति सुहावनी,
लगती सबको लुभावनी ,
प्रेम स्नेह की गंगा बहती,
हरियाली खूब लहराती,
मंदिर में होती आराधना,
देव पूरी करते कामना,
हर पर्व मिलकर मनाते,
भाईचारा भी हम जताते,
पशु पक्षी साथी हमारे,
अतिथि देव सम पधारे,
सबको सम्मान मिलता,
प्यार दिलो में बढ़ता,
माटी को तन से लगा,
श्रम करते आलस्य भगा,
राम नाम सदा जपते,
सब काम फिर बनते,
मर्यादा का रखते ध्यान,
होंठो पर रहती मुस्कान,
चाँद तारों से होती बातें,
जंगल की सैर करते,
कल कल झरना बहता,
लगता कुछ हमसे कहता,
जब होती घनेरी रातें,
झींगुर जुगनू बतियाते,
दूर ऊँचे ऊँचे पेड़ खड़े,
फल लगते है बड़े बड़े,
गर्मी में देते सबको छाँव,
जलते न फिर हमारे पाँव,
सुनाई न देता काँव काँव,
स्वर्ग समान यह सुंदर गाँव ,
।।।जेपीएल।।।