गाँधी जी के बंदर
गाँधी जी के तीनों बंदर।
सबक सिखाते हैं अति सुंदर।
प्रथम सिखाता मुख मत खोलो।
जब भी बोलो मिश्री घोलो।
मौन साध कर करो तपस्या,
सभी समस्या ऐसे टालो।
मधुर वचन में जादू- मंतर।
गाँधी जी के….
दूजा कहता बात अनोखी।
बुरी बात कर दो अंदेखी।
घृणा-क्रोध-लालच को त्यागो,
ऐसी चीज़ नहीं है चोखी।
अच्छाई को रखना अंदर।
गाँधी जी के….
कहे तीसरा सुन लो बच्चा।
बनना नहीं कान से कच्चा।
कभी नहीं पर निन्दा सुनना,
दिल को रखना हरदम सच्चा।
जग माया का एक समंदर।
गाँधी जी के…..
आँख, कान, मुख अपना बाँधो।
बात पते की कहता माधो।
सदा कर्म-योगी बन जीना।
राह कठिन पर खुद को साधो।
जीवन होगा मस्त कलंदर।
गाँधी जी के……
गाँधी जी के तीनों बंदर।
सबक सिखाते हैं अति सुंदर।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली