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6 Jun 2024 · 1 min read

ग़ज़ल _ बरबाद ही किया है ।

नमन मंच 🙏🌹
बह्र-221 2121 1221 212
काफ़िया- अत /// रदीफ़- ने आज तक
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
ग़ज़ल
1..
बरबाद ही किया है ,सियासत ने आज तक !
उनको मिटा दिया है,अदावत ने आज तक !!
2..
लोगों के घर जला के , खुशी वो मना रहा !
मौका दिया है खूब ज़लालत ने आज तक !!
3..
नादान ही पिटा है , ये मासूम चल दिया !
इतना दिया है दर्द मोहब्बत ने आज तक !!
4..
देखे बहुत अमीर , मगर दिल नहीं दिखा !
पैसा बना लिया है ज़हानत ने आज तक !!
5..
कोशिश बहुत करी है ,ग़रीबी मिटा सके !
मिटने नहीं दिया है, अज़ीयत ने आज तक !!
6..
गुमराह हो के काम किया , जिसने भी ग़लत !
परदा उठा दिया है , हकीक़त ने आज तक !!
7..
आबाद था चमन ये , मिटाया गया इसे !
वीरान ही किया है , बग़ावत ने आज तक !!
8..
नफ़रत के काम नाम , बिखेरी है ज़िन्दगी !
इंसाफ ही किया है , अदालत ने आज तक !!
9..
उल्फ़त से सब क़रीब ,यार दिल रुबा !
बांटा है इल्म खूब , इबारत ने आज तक !!
10…
दरबार जब खुला है ,वसीयत ये ‘नील’ की !
बरकत बचा रखी है, इबादत ने आज तक !!

✍नील रूहानी..06/06/2022….💖
💖 ( नीलोफर खान )..💖

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