Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

ना फूल महकता है ना ख़ार महकता है
इस दुनिया में सबका किरदार महकता है I

माली बनकर सींचे परिवार की बगिया को
उसके रिश्ते से ही घर द्वार महकता है ।

छपने को छप जाता झूठा भी तिजारत में ,
सच लिखने वाला तो अखबार महकता है।

सूरज की तरह चमके जो खुशबू किरणों में,
किरदार से इक केवल संसार महकता है।

जो जीत की ख़ुशबू है होती है ज़ुदा सबसे
मुरझाया गले का भी वो हार महकता है।

महका दे जो सबको ज़ज़्बात वो नज़रो की
आँसू का हर कतरा हर बार महकता है ।

हम बनके ‘महज़’ भँवरें मँडराते फूलों पर ,
हमको ये नही मालूम कि प्यार महकता है ।

Language: Hindi
1 Like · 13 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahendra Narayan
View all
You may also like:
थकान...!!
थकान...!!
Ravi Betulwala
Finding someone to love us in such a way is rare,
Finding someone to love us in such a way is rare,
पूर्वार्थ
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पेपर लीक हो रहे ऐसे
पेपर लीक हो रहे ऐसे
Dhirendra Singh
सत्ता अपनी सुविधा अपनी खर्चा सिस्टम सब सरकारी।
सत्ता अपनी सुविधा अपनी खर्चा सिस्टम सब सरकारी।
*प्रणय प्रभात*
परिंदा
परिंदा
VINOD CHAUHAN
माँ दया तेरी जिस पर होती
माँ दया तेरी जिस पर होती
Basant Bhagawan Roy
अगर मध्यस्थता हनुमान (परमार्थी) की हो तो बंदर (बाली)और दनुज
अगर मध्यस्थता हनुमान (परमार्थी) की हो तो बंदर (बाली)और दनुज
Sanjay ' शून्य'
मातृदिवस
मातृदिवस
Satish Srijan
* फूल खिले हैं *
* फूल खिले हैं *
surenderpal vaidya
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
गम   तो    है
गम तो है
Anil Mishra Prahari
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
इक उम्र जो मैंने बड़ी सादगी भरी गुजारी है,
इक उम्र जो मैंने बड़ी सादगी भरी गुजारी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*सेवा सबकी ही करी, माँ ने जब तक जान (कुंडलिया)*
*सेवा सबकी ही करी, माँ ने जब तक जान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
धर्म और सिध्दांत
धर्म और सिध्दांत
Santosh Shrivastava
..........अकेला ही.......
..........अकेला ही.......
Naushaba Suriya
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
3937.💐 *पूर्णिका* 💐
3937.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"टुकड़ा आईने का"
Dr. Kishan tandon kranti
एक दिया बहुत है जलने के लिए
एक दिया बहुत है जलने के लिए
Sonam Puneet Dubey
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
Kanchan Alok Malu
दोस्त मेरी दुनियां
दोस्त मेरी दुनियां
Dr. Rajeev Jain
जय माता दी -
जय माता दी -
Raju Gajbhiye
जीवन के अंतिम पड़ाव पर लोककवि रामचरन गुप्त द्वारा लिखी गयीं लघुकथाएं
जीवन के अंतिम पड़ाव पर लोककवि रामचरन गुप्त द्वारा लिखी गयीं लघुकथाएं
कवि रमेशराज
हैप्पी नाग पंचमी
हैप्पी नाग पंचमी
Ranjeet kumar patre
रास्तों पर नुकीले पत्थर भी हैं
रास्तों पर नुकीले पत्थर भी हैं
Atul "Krishn"
खवाब
खवाब
Swami Ganganiya
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
अंसार एटवी
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...