Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2018 · 1 min read

ग़ज़ल

ग़ज़ल
—————————————
1
जरा-सी बात पर हो तुम ख़फा
अच्छा नहीं लगता।
जुदा हो गमजदा होकर अजी
अच्छा नही लगता ।।
2
बहारें चूमती दामन न जाओ
छोडकर हमको।
पडे फीके सभी मौसम समां
अच्छा नहीं लगता।।
3
हुए मशहूर हम इतने जमाने की
नजर हम पर।
तुम्हे अब बेवफा कोई कहे अच्छा
नहीं लगता।।
4
खुदाया रूठ जाये तो मना लूँ मैं
कसम रब की।
करूँ सजदा यकीं मानों हमें
अच्छा नहीं लगता।।
5
मुहब्बत का सलीका यह भरोसा
तोड न पाये।
बगावत भीगती पलकें करे
अच्छा नहीं लगता।।
6
जुड़ी है हर खुशी तुमसे हकीक़त
यह खुदा जाने।
नुमाॅया होवफ़ा अपनी हमें अच्छा
नहीं लगता।।
7
तुम्हारा साथ था राही खुदाई
साथ थी मेरे।
करूँ मैं याद वो लम्हें जहाँ
अच्छा नहीं लगता।।

(अनिल कुमार राही)

1 Like · 1 Comment · 302 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गजलकार रघुनंदन किशोर
गजलकार रघुनंदन किशोर "शौक" साहब का स्मरण
Ravi Prakash
कितने कोमे जिंदगी ! ले अब पूर्ण विराम।
कितने कोमे जिंदगी ! ले अब पूर्ण विराम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मातृत्व दिवस खास है,
मातृत्व दिवस खास है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
विजय कुमार अग्रवाल
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
Ankita Patel
गरीबी तमाशा
गरीबी तमाशा
Dr fauzia Naseem shad
सत्याधार का अवसान
सत्याधार का अवसान
Shyam Sundar Subramanian
"दुनिया को पहचानो"
Dr. Kishan tandon kranti
संत रविदास!
संत रविदास!
Bodhisatva kastooriya
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मैं सुर हूॅ॑ किसी गीत का पर साज तुम्ही हो
मैं सुर हूॅ॑ किसी गीत का पर साज तुम्ही हो
VINOD CHAUHAN
हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
Sanjay ' शून्य'
बदलते दौर में......
बदलते दौर में......
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
नववर्ष।
नववर्ष।
Manisha Manjari
"दिल चाहता है"
Pushpraj Anant
किसी आंख से आंसू टपके दिल को ये बर्दाश्त नहीं,
किसी आंख से आंसू टपके दिल को ये बर्दाश्त नहीं,
*Author प्रणय प्रभात*
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
लब हिलते ही जान जाते थे, जो हाल-ए-दिल,
लब हिलते ही जान जाते थे, जो हाल-ए-दिल,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
बांते
बांते
Punam Pande
रमेशराज के 12 प्रेमगीत
रमेशराज के 12 प्रेमगीत
कवि रमेशराज
आचार संहिता
आचार संहिता
Seema gupta,Alwar
क्या कहे हम तुमको
क्या कहे हम तुमको
gurudeenverma198
श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
Arti Bhadauria
कविता के मीत प्रवासी- से
कविता के मीत प्रवासी- से
प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा
फटा ब्लाउज ....लघु कथा
फटा ब्लाउज ....लघु कथा
sushil sarna
2509.पूर्णिका
2509.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Jindagi ka kya bharosa,
Jindagi ka kya bharosa,
Sakshi Tripathi
Loading...