Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jan 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

वो वफाओं का आईना होगा
प्यार से हमको देखता होगा
इम्तहाँ लेगा वो टकरा हमसे
कही पत्थर कहीं शीशा होगा
छिप न पायेगा शरम नजरों में
जब भी खोलेगा सामना होगा
टूट जाने दो रूठ जाने दो उसे
देख लेगें हम जो हादसा होगा
इक मुलाकात का हसीं मंजर
उसकी नजरों से झाँकता होगा
मैं मुरादों का ‘महज’ उसका शहर
वो तो मेरे घर का रास्ता होगा

Language: Hindi
1 Like · 187 Views
Books from Mahendra Narayan
View all

You may also like these posts

13. Rain Reigns
13. Rain Reigns
Ahtesham Ahmad
हीर मात्रिक छंद
हीर मात्रिक छंद
Subhash Singhai
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
Rj Anand Prajapati
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
आर.एस. 'प्रीतम'
प्रेम
प्रेम
Acharya Rama Nand Mandal
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
শিবকে ভালোবাসি (শিবের গান)
শিবকে ভালোবাসি (শিবের গান)
Arghyadeep Chakraborty
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
TAMANNA BILASPURI
जीवन से पलायन का
जीवन से पलायन का
Dr fauzia Naseem shad
तुमसे मिलके
तुमसे मिलके
Mamta Rani
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
Sonu sugandh
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
Bindesh kumar jha
हाथ थाम लो मेरा
हाथ थाम लो मेरा
Dr. Rajeev Jain
कश्ती तो वही है तो क्या दरिया बदल गया
कश्ती तो वही है तो क्या दरिया बदल गया
Kanchan Gupta
जिम्मेदारी बड़ी या सपने बड़े,
जिम्मेदारी बड़ी या सपने बड़े,
Kanchan Alok Malu
मौत का डर
मौत का डर
Sudhir srivastava
चाहे जितनी देर लगे
चाहे जितनी देर लगे
Buddha Prakash
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
संवेदना मर रही
संवेदना मर रही
Ritu Asooja
चलो चलाए रेल।
चलो चलाए रेल।
Vedha Singh
तुम अगर स्वच्छ रह जाओ...
तुम अगर स्वच्छ रह जाओ...
Ajit Kumar "Karn"
माँ
माँ
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
मैंने उस नद्दी की किस्मत में समंदर लिख दिया
मैंने उस नद्दी की किस्मत में समंदर लिख दिया
Nazir Nazar
बस नेक इंसान का नाम
बस नेक इंसान का नाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ये  दुनियाँ है  बाबुल का घर
ये दुनियाँ है बाबुल का घर
Sushmita Singh
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कोविड और आपकी नाक
कोविड और आपकी नाक
Dr MusafiR BaithA
3481🌷 *पूर्णिका* 🌷
3481🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
आज में जियो
आज में जियो
पूर्वार्थ
कहने को हर हाथ में,
कहने को हर हाथ में,
sushil sarna
Loading...