Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2023 · 1 min read

#ग़ज़ल

#ग़ज़ल
वज़्न – 221 – 2121 – 1221- 212

मेरे लिए तो कुछ भी हो मुश्क़िल नहीं हुआ
हँसके किया है काम मैं बातिल नहीं हुआ /1

कैसे कहूँ हुज़ूर मैं उनसे मिला नहीं
मँझधार में शुमार हो साहिल नहीं हुआ/2

समझा चुका हज़ार दफ़ा प्रेम से उसे
यूँ ग़लतियाँ अज़ीज़ भी ज़ाहिल नहीं हुआ/3

ये प्यार जीत हार अदावत नहीं यहाँ
समझे मगर इसे वो भी हासिल नहीं हुआ/4

मैं दोस्ती ज़ुबान का पक्का हूँ दोस्तों
धोखा मेरे लिये बू या शीतल नहीं हुआ/5

मस्ती में ज़िंदगी का सफ़ीना लिए चला
दुनिया की भीड़-भाड़ में शामिल नहीं हुआ/6

‘प्रीतम’ निज़ात वैर से चाहूँ सदा-सदा
सपना मिरा मगर ये भी क़ामिल नहीं हुआ/7

#आर. एस. ‘प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित ग़ज़ल

Language: Hindi
304 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
मेरी नन्ही परी।
मेरी नन्ही परी।
लक्ष्मी सिंह
कौन पढ़ता है मेरी लम्बी -लम्बी लेखों को ?..कितनों ने तो अपनी
कौन पढ़ता है मेरी लम्बी -लम्बी लेखों को ?..कितनों ने तो अपनी
DrLakshman Jha Parimal
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
कवि रमेशराज
पीयूष गोयल में हाथ से लिखी दर्पण छवि में १७ पुस्तकें.
पीयूष गोयल में हाथ से लिखी दर्पण छवि में १७ पुस्तकें.
Piyush Goel
बाइस्कोप मदारी।
बाइस्कोप मदारी।
Satish Srijan
घिरी घटा घन साँवरी, हुई दिवस में रैन।
घिरी घटा घन साँवरी, हुई दिवस में रैन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
भ्रम नेता का
भ्रम नेता का
Sanjay ' शून्य'
सत्य वह है जो रचित है
सत्य वह है जो रचित है
रुचि शर्मा
दर्द और जिंदगी
दर्द और जिंदगी
Rakesh Rastogi
महाश्रृंङ्गार_छंद_विधान _सउदाहरण
महाश्रृंङ्गार_छंद_विधान _सउदाहरण
Subhash Singhai
वसियत जली
वसियत जली
भरत कुमार सोलंकी
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सफलता का सोपान
सफलता का सोपान
Sandeep Pande
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
Abhijeet
कोई गुरबत
कोई गुरबत
Dr fauzia Naseem shad
ज़िंदगी को मैंने अपनी ऐसे संजोया है
ज़िंदगी को मैंने अपनी ऐसे संजोया है
Bhupendra Rawat
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
VINOD CHAUHAN
रोना भी जरूरी है
रोना भी जरूरी है
Surinder blackpen
Baat faqat itni si hai ki...
Baat faqat itni si hai ki...
HEBA
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
MEENU SHARMA
■ आज तक की गणना के अनुसार।
■ आज तक की गणना के अनुसार।
*प्रणय प्रभात*
प्रकृति के स्वरूप
प्रकृति के स्वरूप
डॉ० रोहित कौशिक
नरक और स्वर्ग
नरक और स्वर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
Harminder Kaur
मै पूर्ण विवेक से कह सकता हूँ
मै पूर्ण विवेक से कह सकता हूँ
शेखर सिंह
एक बूढ़ा बरगद ही अकेला रहा गया है सफ़र में,
एक बूढ़ा बरगद ही अकेला रहा गया है सफ़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Wakt ke pahredar
Wakt ke pahredar
Sakshi Tripathi
"बेस्ट पुलिसिंग"
Dr. Kishan tandon kranti
वो
वो
Ajay Mishra
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...