Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2020 · 1 min read

{{{ गवाही }}}

मोहब्बत की गवाही देते-देते ,
मेरी रूह चीख -चीख के मर गई ,,

हादसा पे हादसा होता रहा ज़िन्दगी में ,
कल जो यकीन था, आज ज़रा सी बात
पे जाने किधर गई ,

न कही हल्ला हुआ ,न कही चर्चा हुआ ,
यार ने मुझे ज़िंदा जला दिया, इश्क़ एक
पल उड़ गई,,

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 256 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"बचपन याद आ रहा"
Sandeep Kumar
*भूमिका (श्री सुंदरलाल जी: लघु महाकाव्य)*
*भूमिका (श्री सुंदरलाल जी: लघु महाकाव्य)*
Ravi Prakash
उम्मीद ....
उम्मीद ....
sushil sarna
*** सागर की लहरें....! ***
*** सागर की लहरें....! ***
VEDANTA PATEL
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
कवि दीपक बवेजा
सब कुछ हो जब पाने को,
सब कुछ हो जब पाने को,
manjula chauhan
💐प्रेम कौतुक-341💐
💐प्रेम कौतुक-341💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फ़ितरत-ए-दिल की मेहरबानी है ।
फ़ितरत-ए-दिल की मेहरबानी है ।
Neelam Sharma
'महंगाई की मार'
'महंगाई की मार'
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मिताइ।
मिताइ।
Acharya Rama Nand Mandal
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
राजनीतिकों में चिंता नहीं शेष
राजनीतिकों में चिंता नहीं शेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
अब तक मैं
अब तक मैं
gurudeenverma198
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
Rashmi Sanjay
धुएं से धुआं हुई हैं अब जिंदगी
धुएं से धुआं हुई हैं अब जिंदगी
Ram Krishan Rastogi
मैं
मैं "लूनी" नही जो "रवि" का ताप न सह पाऊं
ruby kumari
आहट
आहट
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
Ragini Kumari
बहुत कुछ जल रहा है अंदर मेरे
बहुत कुछ जल रहा है अंदर मेरे
डॉ. दीपक मेवाती
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
Rajesh vyas
आप कोई नेता नहीं नहीं कोई अभिनेता हैं ! मनमोहक अभिनेत्री तो
आप कोई नेता नहीं नहीं कोई अभिनेता हैं ! मनमोहक अभिनेत्री तो
DrLakshman Jha Parimal
ओ! चॅंद्रयान
ओ! चॅंद्रयान
kavita verma
मैत्री//
मैत्री//
Madhavi Srivastava
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आज भी अधूरा है
आज भी अधूरा है
Pratibha Pandey
हथिनी की व्यथा
हथिनी की व्यथा
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
*लव यू ज़िंदगी*
*लव यू ज़िंदगी*
sudhir kumar
किरायेदार
किरायेदार
Keshi Gupta
मेरी गुड़िया (संस्मरण)
मेरी गुड़िया (संस्मरण)
Kanchan Khanna
जब काँटों में फूल उगा देखा
जब काँटों में फूल उगा देखा
VINOD CHAUHAN
Loading...