गलतियों का एहसास दिलाया जा सके
गलतियों का एहसास दिलाया जा सके
आईना ऐसा हो कि किरदार दिखाया है सके
भला चांद तारे तोड़कर कौन ला सकता है
वादा ऐसा करो जो निभाया जा सके
दर्दो गम से मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है
मगर शिद्दत इतनी हो कि मुस्कुराया जा सके
अब कोई उम्मीद नजर ही नहीं आती
कि फिर कोई ख्वाब आंखों में सजाया जा सके
जो शख्स आंखों को “अर्श” बेहद पसंद आए
ज़रूरी तो नहीं वो शख्स दिल में बसाया जा सके