गलतियाँ करना ””अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
गलतियाँ करना ””अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
सौ प्रतिशत **परफ़ेक्ट**होना प्राकतिक तो नही हैं लेकिन कपितय महापुरुष स्वयं के बारे में ऐसा ही सोचते है ।
मुझसे गलतियाँ हो जाती है तो क्या इस हेतू कटघरे में खड़ा कर दिया जाउँ ।
मैं जैसा हूँ **मै** हू मुझे कोई फर्क नही पड्ता की कितनी उंगलियाँ मेरी और उठ रही है ।वह लोग अपना काम कर रहे है और मै अपना।।