गऱ वो कुछ पल रुके होते
गऱ वो कुछ पल रुके होते
दर्मिया यूं न फ़ासले होते
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करता रहम गऱ सैयाद जरा
उजड़े यूं भी न घोंसले होते
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दे जाते गऱ तसल्ली थोड़ी
टूटे यूं भी न हौसले होते
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नर्म दिल होता गऱ उसका
सख्त इतने न फैसले होते
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रखते न गऱ दिले नादां कपिल
बच्चे सा यूं न बहले होते
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कपिल कुमार
28/12/2016