गर गुनहगार मै हूँ तो गुनहगार तुम भी हो।
गर गुनहगार मै हूँ तो गुनहगार तुम भी हो।
गर उठती है उंगलियाँ मुझ पर, तो राजदार तुम भी हो।
काटी है जो फसल मैने बड़ी ही शिद्दत से।
उसको उगाने वाले फसलदार तुम ही हो।।
गर गुनहगार मै हूँ तो गुनहगार तुम भी हो।
गर उठती है उंगलियाँ मुझ पर, तो राजदार तुम भी हो।
काटी है जो फसल मैने बड़ी ही शिद्दत से।
उसको उगाने वाले फसलदार तुम ही हो।।