गर्भपात
जो डर और दब कर जिया,वो कब जिया है?
ज़हन में शिगूफा बैठाले,फख्र से जिंदगी जिएंगे!
गर्भ में हम क्यों मरे, ऐसा हमने क्या किया है?
कभी माँ, बहन और कभी बीबी बनकर सहा,
दुःख-दर्द और तेरी बलाओं को खुद लिया है!!
गर्भ में हम क्यों मरे, ऐसा हमने क्या किया है?
संतान-संतान में फर्क तो खुदा ने नहीं किया!
खुदा के खुदगर्ज बंदो ने ये सिलसिला किया है!
गर्भ में हम क्यों मरे, ऐसा हमने क्या किया है?
माँ को मिले बच्चे पिदाइश का हक ओ हकूक,
मर्दो ने अपने जानी औरत का शोषण किया है!
गर्भ में हम क्यों मरे, ऐसा हमने क्या किया है?
गरीबी की दुहाई पर भीऔरत को दहेज महगांई,
पर बेटा होने पर जश्न और भोज ही दिया है!
गर्भ में हम क्यों मरे, ऐसा हमने क्या किया है?
जागो जहाँ की माँ ,बहन और सारी बेटियो,
छीन लो मर्दों से वो हक, जो खुदा ने दिया है!
गर्भ में हम क्यों मरे, ऐसा हमने क्या किया है?