गये विरोधी काँप
मंजर देख बिहार का,गये विरोधी काँप !
छाती पर ऐसे लगा,.लोट गया हो साँप !!
मिले दवाई दंश की,सहज सर्प की आज!
काटे का इंसान के , लेकिन नही इलाज !
मुझसे भी ज्यादा जहर,उगल रहा इंसान!
यही सोचकर हो रहा, विषधर भी हैरान !!
रमेॆश शर्मा.
मंजर देख बिहार का,गये विरोधी काँप !
छाती पर ऐसे लगा,.लोट गया हो साँप !!
मिले दवाई दंश की,सहज सर्प की आज!
काटे का इंसान के , लेकिन नही इलाज !
मुझसे भी ज्यादा जहर,उगल रहा इंसान!
यही सोचकर हो रहा, विषधर भी हैरान !!
रमेॆश शर्मा.