गम का समंदर
गम का समंदर हैं खुशियो के बीज बोये कैसे!
हम ज़िस्म से लगी इस उदासी को धोये कैसे!
दूर रहते है तुम से इसलिए याद आती हैं हमे!
बेहद मज़बूर हैं हम अब रोये भी तो रोये कैसे!
?-AnoopS©
15 th JAN 2020
गम का समंदर हैं खुशियो के बीज बोये कैसे!
हम ज़िस्म से लगी इस उदासी को धोये कैसे!
दूर रहते है तुम से इसलिए याद आती हैं हमे!
बेहद मज़बूर हैं हम अब रोये भी तो रोये कैसे!
?-AnoopS©
15 th JAN 2020