*गन्ने का रस 【गीत】*
गन्ने का रस 【गीत】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
सभी रसों में गन्ने का रस ,है गर्मी का राजा
(1)
आओ भइया आओ बहना ! एक गिलास पियो जी
पीकर गन्ने का रस तँदरुस्ती के साथ जियो जी
अभी मिलेगा गन्ने का रस ,निचुड़ा ताजा-ताजा
(2)
इसको जो पीता गिलास-भर उसे ताजगी आती
जो थकान गर्मी से होती छूमन्तर हो जाती
महँगे कोल्ड ड्रिंक का बजता ,इसके कारण बाजा
सभी रसों में गन्ने का रस ,है गरमी का राजा
—————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451