गणेश वंदना
उमासुत विनायक ,
देवों के आप नायक,
प्रथम पूजा आपकी,
स्वीकार तो कीजिए ।
लीला है अपरंपार ,
आदि देव अवतार ,
एकदंत गजानन ,
दर्शन तो दीजिए ।
श्री गणेश नाम जाप ,
दूर करे सारे पाप ,
भक्त की पुकार सुन ,
विध्न हर लीजिए ।
चरण झुकाता माथ,
कृपा करो दीनानाथ ,
बुद्धि व विवेक ज्ञान ,
मांगते दे दीजिए ।।
राजेश कौरव सुमित्र