Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Sep 2024 · 1 min read

गणेश वंदना छंद

गणेश वंदना
करहूँ स्तुति तोरे, श्री गणपति, दीन दुखी के नाथ।
दारुण दूर करहुं, मंगलकारी, तुम हो दीनों के साथ।।
विघ्न विनाशक नाम तुम्हारा, शुभ करहुं हर बार।
दीनदयालु, कृपा बरसाओ, जग में हो उजियार।।
करबो वंदन पारवती सुत की , मंगल मूर्ति विशाल।
विघ्न विनाशक नाम तुम्हारो, सिध्दि दाता प्रतिपाल।।
मूषक वाहन, मोदक भोगी, भाल चंद्र विराज ।
कर बद्ध हम विनय करत हैं, हरहु संकट, आज ।।

जय गजानन बिनवत हम सब, सुनहु अरज पुकार।
तुमसे ही जग में शुभ मंगल , तुम्हरी जय जयकार ।।
बुद्धि विवेक के दाता तुम हो, करहु कृपा अभिराम।
जन-जन के सब संकट काटो, होवे मंगल काम।।

दीन दुखारी तुम ही उबारो, विनती है हमारी ।
तुम बिन काज सफल ना होवे, तुमसे जगत सुखारी ।।
विघ्न हरो हे गणपति वंदित, सुनहु कृपा से बात।
भव सागर से पार लगाओ, तुम ही सुखद प्रभात।।
एकदन्त विघ्नहर्ता हो तुम, महिमा अपरंपार।
रिद्धि-सिद्धि संग चलत सदा ही, तुम हो सबके प्यार।।

गौरीपुत्र, गजानन वंदन, करहुं विनीत साभार ।
करुणामय, तुम रहो सहायक, सुमिरन बारम्बार ।।

`डॉ मुकेश असीमित

1 Like · 47 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वो जो बातें अधूरी सुनाई देती हैं,
वो जो बातें अधूरी सुनाई देती हैं,
पूर्वार्थ
समाज का डर
समाज का डर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हार हमने नहीं मानी है
हार हमने नहीं मानी है
संजय कुमार संजू
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
Khaimsingh Saini
मौर ढलल
मौर ढलल
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
*अति प्राचीन कोसी मंदिर, रामपुर*
*अति प्राचीन कोसी मंदिर, रामपुर*
Ravi Prakash
आकांक्षाएं और नियति
आकांक्षाएं और नियति
Manisha Manjari
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
Sonam Puneet Dubey
" रिश्ता "
Dr. Kishan tandon kranti
*रेल हादसा*
*रेल हादसा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
कवि रमेशराज
2746. *पूर्णिका*
2746. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल में गहराइयां
दिल में गहराइयां
Dr fauzia Naseem shad
ठूँठ ......
ठूँठ ......
sushil sarna
अधूरा ही सही
अधूरा ही सही
Dr. Rajeev Jain
नववर्ष का आगाज़
नववर्ष का आगाज़
Vandna Thakur
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
* शक्ति है सत्य में *
* शक्ति है सत्य में *
surenderpal vaidya
यार
यार
अखिलेश 'अखिल'
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
दादाजी ने कहा था
दादाजी ने कहा था
Shashi Mahajan
7. तेरी याद
7. तेरी याद
Rajeev Dutta
■ अवध की शाम
■ अवध की शाम
*प्रणय प्रभात*
विनती
विनती
कविता झा ‘गीत’
किस क़दर बेकार है
किस क़दर बेकार है
हिमांशु Kulshrestha
" हमारी टिप्पणियाँ "
DrLakshman Jha Parimal
मौसम का कुदरत से नाता हैं।
मौसम का कुदरत से नाता हैं।
Neeraj Agarwal
किस्सा कुर्सी का - राज करने का
किस्सा कुर्सी का - राज करने का "राज"
Atul "Krishn"
Loading...