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31 Aug 2022 · 1 min read

*गणेश वंदना (कुंडलिया)*

गणेश वंदना (कुंडलिया)
__________________________________
विघ्न मिटाते तुम सदा, गणपति देव गणेश
गिरिजा के हो पुत्र तुम, सुत तुम पूज्य महेश
सुत तुम पूज्य महेश, बुद्धि-बल के तुम स्वामी
हरते जग का ताप, क्लेश सब बहु-आयामी
कहते रवि कविराय, हृदय में तुम्हें बसाते
भादो सुदी चतुर्थ, देव आ विघ्न मिटाते
—————————————————
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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