गणपति वंदना
सुध बुध दहिजौ सारद माता
सकल क्लेश हरो
ग्यांन ध्यान रा भरौ भंडारा
दुरमति दूर करौ रे गणपत
मो पर मेहर करो रे।
विघ्न विकारां मार हटावो
सेवग सहाय विचारों गणपत
मो पर मेहर करौ रे
पांचो पैला थ्हांने पूजूं
सगळां कारज सरौ रे
हिवड़ै मांयला तालां खोलो
घट उजूवाळो करदो गणपत
मो पर मेहर करो रे
भव सागर भरम जल भरियौ
सूझत नही किनारौ
म्हांरी आराधै आप पधारो
डूबत जीव तारौ रे गणपत
मो पर मेहर करौ रे
आठो पहर रटू आपनै
जपू जाप तिहारौ
आस नही अवरो री म्हांनै
चरणै लियौ सहारौ रे गणपत
मो पर मेहर करो रे
बाबा मंडल सेवे थोनै
करे भजन तुम्हारौ
जीतू माली महिमां गावै
भूलौ ने पार उतारो गणपत
मो पर मेहर करो रे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया…✍️