गणपति बैठो जन के मन में
गणपति बैठो जन के मन में
गणपति बैठो जन के मन में, दुनिया के जन-जन में
शुद्ध बुद्धि सबकी हो जाए, सुख शांति बड़े जीवन में
गणपति वैठो जनके मन में,
छाए हैं आतंक के बादल, मार रहे नर नारी
जन जन का मंगल हो जाए, खुश हो दुनिया सारी
दसों दिशाएं प्रेम से महकें, प्रेम बड़े जन-जन में
गणपति बैठो जनके मन में, नहीं धर्म का भेद रहे
जाति वर्ग की सीमाएं हट जाएं
सारी धरती पर मानवता विश्वास जगाएं
बैठ जाओ जन गण में, गणपति बैठो जन के मन में
दुनिया के जन गण में, गणपति बैठो जन के मन में