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22 Feb 2019 · 1 min read

गजल

आंखो में नमी दिल में जलजला लाए हैं
जिंदगी तुझे निभाने का हौसला लाए हैं
पहचान में नही आती अपनी सूरत
जब से हम घर में आईना लाए हैं
दरखतो पे पंछी उदास बैठे है
वो बाज के हक में फैसला लाए है
जिए बिना यूं ही गुजरी है ज़िन्दगी
हम दोनों सिरों को मिला आए हैं
उमर भर हमें जुदा करते रहे रास्ते
हम अब दुआओं का सिलसला लाए हैं

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