Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2020 · 1 min read

गजल-फूल खिलाया सनम

अपने दिल में तुझको बसाया सनम,
इस रिश्ते को प्यार से सजाया सनम।

तेरे कदमों से मेरे कदम मिल रहे हैं,
सफर जीवन का तुझ संग भाया सनम।

शूल चाहें कितने भी राहों में बिछे हो,
हर मुश्किलों को पार लगाया सनम।

लगता तेरे संग हर मौसम अजीज है,
पतझड़ में भी फूल खिलाया सनम।

तेरे लिए अपना सब कुछ निसार दूं,
मेरी हर सांस में तू ही समाया सनम।

सलामत रहे तेरी मेरी जोड़ी सदा ही,
प्रदीप स्वाति को खुदा ने मिलाया सनम।

उन्नति और उत्कर्ष से महके चमन ये,
सजदे में सिर अपना झुकाया सनम।
By:Dr Swati Gupta

4 Likes · 324 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#मेरा अनुभव आपके साथ#
#मेरा अनुभव आपके साथ#
कृष्णकांत गुर्जर
4746.*पूर्णिका*
4746.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क़त्ल कर गया तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है-
क़त्ल कर गया तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है-
Shreedhar
ये तो जोशे जुनूँ है परवाने का जो फ़ना हो जाए ,
ये तो जोशे जुनूँ है परवाने का जो फ़ना हो जाए ,
Shyam Sundar Subramanian
कहते- कहते रह गया,
कहते- कहते रह गया,
sushil sarna
शीर्षक :मैंने हर मंज़र देखा है
शीर्षक :मैंने हर मंज़र देखा है
Harminder Kaur
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
Ranjeet kumar patre
ज़ख्मों की गहराई
ज़ख्मों की गहराई
Dr. Rajeev Jain
सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात।
सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात।
Suryakant Dwivedi
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा
निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा
Sanjay ' शून्य'
तुम्हारे प्यार की ...
तुम्हारे प्यार की ...
Nazir Nazar
इतनी भी
इतनी भी
Santosh Shrivastava
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
Manisha Manjari
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
Shweta Soni
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
11. एक उम्र
11. एक उम्र
Rajeev Dutta
"मुर्गा"
Dr. Kishan tandon kranti
अजनबी
अजनबी
लक्ष्मी सिंह
मां - हरवंश हृदय
मां - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
रस्ता मिला न मंज़िल रहबर की रहबरी में
रस्ता मिला न मंज़िल रहबर की रहबरी में
Khalid Nadeem Budauni
........?
........?
शेखर सिंह
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
Sonit Parjapati
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
Dr fauzia Naseem shad
" सत कर्म"
Yogendra Chaturwedi
❤️❤️ भोजपुरी ग़ज़ल ❤️❤️
❤️❤️ भोजपुरी ग़ज़ल ❤️❤️
Vijay kumar Pandey
😢कमाल की सिद्ध-वाणी😢
😢कमाल की सिद्ध-वाणी😢
*प्रणय*
अक्सर लोग सोचते हैं,
अक्सर लोग सोचते हैं,
करन ''केसरा''
प्रकृति
प्रकृति
Mangilal 713
Loading...