गजल/गीतिका
सितारों की तरह तुम भी चमकना सीख जाओ।
रवि की शौर्य ज्वाला में तुम रहना सीख जाओ।।
नदियों का बहना भी, ये सिखलाता है,
तुम अपनी राह में चलना सीख जाओ।।
हिमालय की चोटियां ये बयां करती है,
यूं बादल साथ बहना सीख जाओ।।
खग भी नभ मे यों उडने लगे,
बादलों को चीर कर उड़ना सीख जाओ।।
नौकाओं का चलना भी सिखलाता है,
डूब कर भी तुम संभलना सीख जाओ।।
☆☆☆
सत्यम गुप्ता
फतेहपुर