गजब का माहौल
मधुरतामय ये हवा की लहर,
तन-मन को जब स्पर्शे, स्पंदन जगावे…!
रोमांचित हर पल….
गजब का एहसास अपने भीतर संवेदना को समेटे…!!
आतुर मनवा उत्सुकतावश प्रभावित हो जाए..!
चारो तरफ ठंडी-ठंडी हवा बिखेरे…!!
कोई गूंज संगीतमय मनमोहक राग छेड़े…!
ऋतुराज भी गजब का माहौल बनाए….!!