गगन में लहराये तिरंगा
आंखों को भाये तिरंगा
गगन में लहराये तिरंगा
केसरिया सर का ताज है
सफेद शांति का आवाज़ है
चक्र में कई संदेश छिपे हैं
हरा से समृद्ध समाज है
हर दिल में छाये तिरंगा
गगन में लहराये तिरंगा
सब एक हो जाते हैं
कदम से कदम मिलाते है
मज़हब नहीं आड़े आता
मिलकर राष्ट्रगान गाते हैं
चमन को महकाये तिरंगा
गगन में लहराये तिरंगा
सच्चे बनकर जीना सीखो
कर्तव्यों को करना सीखो
विश्व में बढ़े शान तिरंगा का
दिलों में उतरना सीखो
तारों से सजाये तिरंगा
गगन में लहराये तिरंगा ।
नूर फातिमा खातून” नूरी ”
जिला -कुशीनगर