गई नहीं तेरी याद, दिल से अभी तक
गई नहीं तेरी याद, दिल से अभी तक।
समाई है तेरी सूरत, दिल में अभी तक।।
गई नहीं तेरी याद———————-।।
भूल भी जाता तुमको, याद नहीं मैं करता।
तुमसे अगर सच्चे दिल से, प्यार नहीं मैं करता।।
उठती है दिल में ठीस, मिलन की अभी तक।
गई नहीं तेरी याद ———————–।।
नाराज नहीं हूँ मैं, किसी बात पर तुमसे।
मिलती है मुझे तो खुशी, दिल की तुमसे।।
प्यासा है तेरे प्यार का, यह दिल अभी तक।
गई नहीं तेरी याद ————————-।।
चाहता हूँ अभी भी मैं, देखना उस फूल को।
रहता था दिल महका, देखकर जिस फूल को।।
जिन्दा है ख्वाब तुम्हारा, दिल में अभी तक।
गई नहीं तेरी याद ————————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)