Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2022 · 1 min read

गंतव्य में पीछे मुड़े, अब हमें स्वीकार नहीं

कोसू मैं भाग्य को
या अपनी तकदीर को
आँखों में आँसू भरूँ
या देखू हस्त लकीर को
वरदान माँगू हे प्रभु
ए मेरा अधिकार नहीं
गंतव्य में पीछे मुड़े
अब हमें स्वीकार नहीं

गिरी शिखर के उन्मुक्त हवा में
फूल खिलते पाया हूँ
धरणी के छाती जैसी
सहन शक्ति धरोहर अपनाया हूँ
कार्य पारंगत कुशल प्रशिक्षुक
मैं तो हेम कृशानु हूँ
सम दर्शीय अपरोक्ष निराकरण
समर अर्चि में भानु हूँ

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 772 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Er.Navaneet R Shandily
View all
You may also like:
इश्क़ का क्या हिसाब होता है
इश्क़ का क्या हिसाब होता है
Manoj Mahato
9) “जीवन एक सफ़र”
9) “जीवन एक सफ़र”
Sapna Arora
4111.💐 *पूर्णिका* 💐
4111.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*आत्म-मंथन*
*आत्म-मंथन*
Dr. Priya Gupta
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
डॉक्टर रागिनी
आहों का अब असर देखेंगे।
आहों का अब असर देखेंगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
एक तो धर्म की ओढनी
एक तो धर्म की ओढनी
Mahender Singh
श्री चरण नमन
श्री चरण नमन
Dr.Pratibha Prakash
पहली नजर का जादू दिल पे आज भी है
पहली नजर का जादू दिल पे आज भी है
VINOD CHAUHAN
नये अमीर हो तुम
नये अमीर हो तुम
Shivkumar Bilagrami
रिश्ते
रिश्ते
पूर्वार्थ
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं नास्तिक क्यों हूॅं!
मैं नास्तिक क्यों हूॅं!
Harminder Kaur
■आज का सच■
■आज का सच■
*प्रणय*
आवाज मन की
आवाज मन की
Pratibha Pandey
*माँ : दस दोहे*
*माँ : दस दोहे*
Ravi Prakash
💐💞💐
💐💞💐
शेखर सिंह
"मुसाफिर"
Dr. Kishan tandon kranti
भूलने की
भूलने की
Dr fauzia Naseem shad
जिन्दगी की किताब में
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
🌹#तुम_मुझे_ढूंढ_लेना🌹
🌹#तुम_मुझे_ढूंढ_लेना🌹
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
जिन्दगी तेरे लिये
जिन्दगी तेरे लिये
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
वो तारीख़ बता मुझे जो मुकर्रर हुई थी,
वो तारीख़ बता मुझे जो मुकर्रर हुई थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शब्दों की मिठास से करें परहेज
शब्दों की मिठास से करें परहेज
Chitra Bisht
श्री राम जी अलौकिक रूप
श्री राम जी अलौकिक रूप
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*कृष्ण की दीवानी*
*कृष्ण की दीवानी*
Shashi kala vyas
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
Shweta Soni
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
मनोज कर्ण
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
अंसार एटवी
The Day I Wore My Mother's Saree!
The Day I Wore My Mother's Saree!
R. H. SRIDEVI
Loading...