ख्वाहिश
ख्वाहिश नही कि दुनिया जहान में नाम हो जाये
ख्वाहिश नही कि बंगला गाड़ी सरे आम हो जाये
उससे हमें मोहब्बत है आज भी बेइंतहा मगर
ख्वाहिश नही कि बेवजह वो यूं बदनाम हो जाय
ख्वाहिश नही कि दुनिया जहान में नाम हो जाये
ख्वाहिश नही कि बंगला गाड़ी सरे आम हो जाये
उससे हमें मोहब्बत है आज भी बेइंतहा मगर
ख्वाहिश नही कि बेवजह वो यूं बदनाम हो जाय