ख्वाब
लोग मिलते है बहुत मुझे सताने के लिए.
नही आते वो बाज दिल जलाने के लिए.
देख मैं भी चुप हूँ बरसों से तेरी खातिर.
अब तो आजा यार मुझे मनाने के लिए.
वो प्यार वो इश्क वो चाहत और मोहब्बत की कसमें.
क्या मेरा ही दिल मिला था तुम्हें तोड़ जाने के लिए.
कोई नही है जो मेरे दिल का दर्द समझ सके.
यूँ तो बहुत मिल जायेंगे दिल बहलाने के लिए.
तेरी यादें तेरी बातें तेरे ख्वाब और तेरे ख्याल.
अब तो दिन रात आयेंगे मुझे रुलाने के लिए.
✍️✍️…दीप