ख्वाब
फ़रिश्ता, देवता, गीर्वाण देखा है.
मैंने अस्पताल में भगवान देखा है.
बिलखते भूखों को रोटी खिलाते.
मेरी गलीयों में मैने इंसान देखा है.
अपनी जान भी वार दे जो आन पर.
मेरे देश का ऐसा जवान देखा है.
थूकना, गाली देना लड़ना और लड़ाना.
मेरी आँखों ने ऐसा शैतान देखा है.
किसी की जान लेता हैं पत्थरों से।
मैंने यहां ऐसा भी हैवान देखा है.
हुकूमत-ऐ-हिन्द राक्षसो का संहार करो.
ख्वाब-ऐ-दीप ने ऐसा हिन्दुस्तान देखा है.
✍️✍️…दीप