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17 Jun 2024 · 1 min read

ख्वाब एक टूटा…

गर ख्वाब एक टूटा तो क्या रातें बहुत हैं,
बहुत और हैं नये सपने यहाँ बातें बहुत हैं…

तेरी चाह न हुई पूरी तो कोई गिला नहीं है,
कई और हसींन गुलशन तेरे वास्ते बहुत हैं…

तूने गिर-गिर के हमेशा सीखा है खड़ा होना,
तो ये फ़िक्र भला क्या कि यहाँ रास्ते बहुत हैं…

बुलंदी मुकाम होगा तू यकीं दिल में ये रखना,
क्या सोचना कि जीत-हार के बहीखाते बहुत हैं….

©विवेक’वारिद’*

Language: Hindi
1 Like · 74 Views
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