Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2023 · 1 min read

ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,

ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,
आकर तुम इस तरह सताया न करो।
आना हो अगर सचमुच में तुम आओ,
इस प्यासी अबला को रुलाया न करो।।

बार बार वादे करके यूं बहकाया न करो,
मीठी मीठी बाते करके फुसलाया न करो।
जो कहना है तुमको साफ साफ कह दो,
झूठी कसमें खाकर मुझे बहकाया न करो।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
5 Likes · 7 Comments · 541 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

* नाम रुकने का नहीं *
* नाम रुकने का नहीं *
surenderpal vaidya
माणुसकी
माणुसकी
Shinde Poonam
खण्डहर
खण्डहर
OM PRAKASH MEENA
पानी का संकट
पानी का संकट
Seema gupta,Alwar
You Are The Sanctuary Of My Soul.
You Are The Sanctuary Of My Soul.
Manisha Manjari
काजल
काजल
Rambali Mishra
🌹जादू उसकी नजरों का🌹
🌹जादू उसकी नजरों का🌹
SPK Sachin Lodhi
हरी दरस को प्यासे हैं नयन...
हरी दरस को प्यासे हैं नयन...
Jyoti Khari
खुला मैदान
खुला मैदान
Sudhir srivastava
"तुझे चाहिए क्या मुझमें"
Dr. Kishan tandon kranti
अ
*प्रणय*
अंधेरों में कटी है जिंदगी अब उजालों से क्या
अंधेरों में कटी है जिंदगी अब उजालों से क्या
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
हिन्दी दोहा बिषय-ठसक
हिन्दी दोहा बिषय-ठसक
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शब्दों की अहमियत को कम मत आंकिये साहिब....
शब्दों की अहमियत को कम मत आंकिये साहिब....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
Neeraj kumar Soni
भाव - श्रृंखला
भाव - श्रृंखला
Shyam Sundar Subramanian
ନୀରବତାର ବାର୍ତ୍ତା
ନୀରବତାର ବାର୍ତ୍ତା
Bidyadhar Mantry
"एक विचार को प्रचार-प्रसार की उतनी ही आवश्यकता होती है
शेखर सिंह
दर्पण
दर्पण
Sanjay Narayan
*झूठा  बिकता यूँ अख़बार है*
*झूठा बिकता यूँ अख़बार है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भोर का सूरज
भोर का सूरज
Vivek Pandey
मित्र
मित्र
Dhirendra Singh
3667.💐 *पूर्णिका* 💐
3667.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
कार्तिक नितिन शर्मा
बेवजह  का  रोना  क्या  अच्छा  है
बेवजह का रोना क्या अच्छा है
Sonam Puneet Dubey
कुछ याद बन
कुछ याद बन
Dr fauzia Naseem shad
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
आज की हकीकत
आज की हकीकत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)
राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
खूबसूरत जिंदगी में
खूबसूरत जिंदगी में
Harminder Kaur
Loading...