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18 Apr 2024 · 1 min read

ख्वाबों में मिलना

ख्वाबों में मिलना होता है अक्सर।
और फिर रतजगा होता है रातभर।

इज्तिराब ए शौक हम से न पूछिए
खून के आंसू तू रूलाए सितमगर।

कौन निकल पाया है इस कैद से
बहुत हसीं इश्क़ का है कारागर ।

दीवाने हैं,लोगों को क्या समझाए
किसे ढूंढते फिरते हैं दर ब दर।

ख़ाक हो रहा गया ,नाम उनका
इश्क़ की जद में आए जो नामावर।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 111 Views
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